2 Mukhi Rudraksha Benefits in Hindi – दो मुखी रुद्राक्ष पहनने के फायदे

2 Mukhi Rudraksha Benefits: क्या आपको पता है की हम आज भी भगवान् शिव के आंसुओं को महसूस कर सकते हैं I हाँ इस बात पर यकीन नहीं होता लेकिन यह सच है हम आज भी कलयुग में भगवान् शिव के आंसुओं को महसूस कर सकते हैं रुद्राक्ष के वृक्ष के रूप में I इस वृक्ष की हिन्दू धर्मं में काफी मान्यताएं हैं I हिन्दू धर्म में इसका धार्मिक और अध्यात्मिक महत्व है I कहा जाता है की जो भी रुद्राक्ष को धारण करता है उसको एक सकारात्मक उर्जा मिलती है I

ऐसा भी माना जाता है की यह शिवजी का वरदान है और इसको इस कस्टदायी संसार की भौतिक दुखों को दूर करने के लिए बनाया गया है I जो रुद्राक्ष को धारण कर लेता है उस पर भगवान् शिव की किरपा बनी रहती है I रुद्राक्ष को लेकर कहा जाता है की यह एक मुखी से लेकर २१ मुखी तक होता है जिनमे हर प्रकार का रुद्राक्ष का अपना अपना महत्व है I प्रत्येक मुखी की अपनी ऊर्जा और शक्ति होती है और अपना एक अलग प्रभाव होता है , इनके प्रयोग से किसी भी मनुष्य के शारीरिक और मानसिक संतुलन को सुधार जा सकता है लेकिन यह तभी काम उपयोगी है जब इनका नियमों से पालन किया जाए, अगर इसके नियमों का सही से पालन नहीं किया गया तो उसके हमें नकरात्मक प्रबह्व भी झेलने पढ़ सकते हैं I

इन्ही रुद्राक्षों में आज हम बात करेंगे २ मुखी रुद्राक्ष के बारे में ..

2 मुखी रुद्राक्ष अर्द्धनारीश्वर –

भगवान् शिव और पार्वती के संयुक्त रूप को अर्धनारेश्वर भी कहते हैं और यही अर्धनारेश्वर दो मुखी रुद्राक्ष भी कहलाया जाता है I दो मुखी रुद्राक्ष के किनारों पर दो रेखाएं होती हैं अब भगवान् शिव के आंसुओं के अंश को रुद्राक्ष कहा जाता है तो यह दो मुखी रुद्राक्ष भगवान् अर्धनारेश्वर का प्रतिनिधित्व करता है I अर्धनारेश्वर भगवान् शिव और माता पार्वती का मिलाप है जो आधा महिला और आधा पुरुष है I दो मुखी रुद्राक्ष का का गृह स्वामी चन्द्रमा को कहा गया है I दो मुखी रुद्राक्ष को चन्द्रमा और सूर्या का प्रतीक भी माना गया है, क्यूंकि इसमें शिवजी और पार्वती दोनों की ही शक्तियां है I

दो मुखी रुद्राक्ष का महत्व – Importance and Benefits of 2 Mukhi Rudraksha

Importance and Benefits of 2 Mukhi Rudraksha
Importance and Benefits of 2 Mukhi Rudraksha

जैसे की हमने आपको बताया है की हर रुद्राक्ष का अपना अपना महत्व है तो अन्य रुद्राक्षों की तरह दो मुखी रुद्राक्षों का भी अपनी महत्व है I दो मुखी रुद्राक्ष किसी भी मनुष्य के जीवन में शांति , शुभ , और यह दो मुखी रुद्राक्ष किसी भी व्यक्ति को उसके उद्धेस्यों को पूर्ण करने में सक्षम बनाता है I

  • यह मनुष्य के शरीर में विश्वाश बढाता है I
  • यह दो मुखी रुद्राक्ष मनुष्य के मानसिक संतुलन को संयम रखकर यह उसे आनंद सुख और धन प्रदान करने में सक्षम बनाता है I
  • ऐसा माना जाता है की इसे धारण करने से प्रेमियों के बीच की दूरियां खत्म हो जाती हैं, उनके बीच चल रहे ग्रह कलेशों में शांति मिलती है I
  • अगर किसी परिवार जन और रिश्तेदारों से बात नहीं हो पा रही है या कोई झगडा चल रहा होता है तो उसमे भी शांति मिलती है I
  • दो मुखी रुद्राक्ष धारण करने से व्यक्ति की भावनाएं शांतिपूर्ण रहती हैं और यह व्यक्ति को स्थिरता और सहनशीलता के साथ जीवन की चुनौतियों का सामना करने की शक्ति प्रदान करता है और साथ ही साथ यह मानसिक तनाव से दूर रखता है I

इसके अन्य भी कई फायदे हैं ..

  1. जैसे अगर किसी की शादी नहीं हो रही है तो वह किसी ज्योतिष की सलाह से इसे धारण करके इससे जीवनसाथी खोजने में मदद मिल सकती है I
  2. यह इंसान के सेल्फ कॉन्फिडेंस और सेल्फ रेस्पेक्ट को बढ़ाता है और सेल्फ डाउट को दूर करता है I
  3. यह निर्णय लेने में आपकी मदद करता है .. कर्क राशी वालों को यह दो मुखी रुद्राक्ष पहनना चाहिए I

कब और कैसे धारण करें दो मुखी रुद्राक्ष को –

ऐसा नहीं है की आज आपने रुद्राक्ष के फायदे के बारे में पढ़ा और कल को आप बाजार में रुद्राक्ष लेने चले गए I किसी भी रुद्राक्ष को धारण करने से पहले किसी ज्योतिष से सलाह लेनी चाहिए .आप अपनी मर्जी से रुद्राक्ष को धारण नहीं कर सकते हो I इसे धारण करने के लिए आपको किसी ज्योतिष की सहायता से सिद्धि लेनी होगी उसके बाद जाकर आप इसे धारण करने योग्य हो सकते हो I

2 Mukhi Rudraksha Bracelet

दो मुखी वाले रुद्राक्ष को हमेशा ब्रेसलेट के रूप में पहनना चाहिए लेकिन ध्यान रखें की बिना सिद्ध कराये आप यह रुद्राक्ष नहीं पहन रहे हो I इसे सिद्ध करवाने के बाद ही इसके लाभ आप उठा अकते हैं I रुद्राक्ष को हमेशा कलाई पर पहने और इसे पहनने के लिए या तो इसे लाल धागे में बांधकर पहने या फिर सोने और चांदी के आभूषणों के साथ I

इस रुद्राक्ष को धारण करने से पहले इसे गौमूत्र, दही, शहद, और गंगाजल से शुद्ध करना चाहिए . इस रुद्राक्ष को धारण करने के लिए आपको ॐ अर्धनारीश्वर देवाय नम : का सवा लाख बार जप करना पड़ेगा , जिसके बाद आप इसे पहनने के योग्य रहेंगे और इसका फायदा उठा सकेंगे और एक अलग उर्जा का संचार आपको आपके शरीर में देखने को मिलेगा I