रुद्राक्ष से तो आप लोग भली भाँती ज्ञात ही होंगे की इन्हें भगवान् शिव के आंसुओं का अंश भी माना जाता है और इसके 1 से लेकर २१ मुखी के रुद्राक्षों के बारे में भली भाँती पता होगा ही की इन सबका अपना अपना महत्व होता है I लेकिन आज हम इन्ही रुद्राक्षों में से एक 12 मुखी रुद्राक्ष के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे I 12 Mukhi Rudraksha भी अपने में काफी महत्व रखता है I
12 मुखी रुद्राक्ष क्या होता है ? (12 Mukhi Rudraksha Kya Hota Hai)
आंवले से आकार के बारह मुखी रुद्राक्ष मे छोटी बड़ी बारह धारियां होती हैं I यह बारह धारियों के मुख कुछ बड़े होते हैं और कुछ अत्यंत छोटे हैं I नेपाल के बारह मुखी रुद्राक्ष की काफी मान्यताएं हैं I नेपाल का बारह मुखी रुद्राक्ष काफी श्रेष्ठ और उत्तम दर्जे का रुद्राक्ष माना जाता है I 12 Mukhi Rudraksha के लिए माना जाता है की इस पर भगवान शिव की कृपा के साथ भगवान् सूर्या जिन्हें आदित्या भी कहा जाता है, की किरपा बनी रहती है और यह १२ अतिद्त्यों के तेज से बनता है I ग्रहों के राजा सूर्य देव इस बारह मुखी रुद्राक्ष का प्रतीक भी हैं I इस रुद्राक्ष के तेज भगवान् सूर्या जितना है I कहते हैं की जिस प्रकार से सारे संसार को भगवन सूर्या अपने प्रकाश से जगमग कर देते हैं ठीक उसी प्रकार से इस रुद्राक्ष को धारण करने से इंसान जीवन में सभी क्षेत्रों में चमकता है और काफी उन्नति करता है I अब इस रुद्राक्ष के प्रतीक प्रतीक सूर्य देव हैं और यह भगवान् शिव के साथ साथ भगवान् सूर्य का आशीर्वाद लेकर कहलता है तोह कहते हैं जिनका सूर्या अच्छा होता है तोह उन्हें अन्य ग्रह का बुरा प्रबह्व उनका कुछ भी नहीं बिगाड़ सकता है I
12 मुखी रुद्राक्ष के महत्तव – Importance of 12 Mukhi Rudraksha
ये तो जग जाहिर है की रुद्राक्ष पर भगवान् शिव की किरपा होती है लेकिन इस रुद्राक्ष पर सूर्या भगवान् की भी कृपा हो रही होती है तो कहते हैं इसे धारण करने वाले पर सुख, ऐश्वर्य बना रहता है I इसे धारण करने पर मनुष्य हर क्षेत्र में तरक्की करता रहता है और जीवन में सभी प्रकार के सुख से वह प्रफुल्ल्ति रहता है I उसे सभी कार्यों में सफलता मिलती है, नौकरी और बिज़नस में उन्नति प्रगति से भरपूर रहता है I पुराने जन्मों के पापों से छुटकारा पाने के लिए भी यह रुद्राक्ष पहना जाता है I अगर कुंडली में सूर्य दोष है तो हभी या रुद्राक्ष धारण किया जाता है I
12 मुखी रुद्राक्ष के पहनने के फायदे (12 Mukhi Rudraksha Benefits in Hindi)
- इसे धारण करने से शक्ति और साहस में वृद्धि देखी जाती है, यह मनुष्य में आत्म विश्वास जगाता है I
- सूर्या दोष को खत्म करता है I
- सूर्या की शक्ति प्रदान होने पर यह चेहरे पर तेज बढाता है और मनुष्य को उर्जावान रखता है I
- मानसिक तनाव से दूर रखता है I
- आँखों के रोग के लिए यह सबसे उत्तम माना गया है, रतोंधी रोग के मरीजों के लिए उत्तम माना गया है I
- डर और परेशानियों से मुक्त करवाता है I
- राहू दोष से दूर रखता है I
12 मुखी रुद्राक्ष कैसे पहचाने ?
1 से लाकर २१ मुखी तक के रुद्राक्षों की अपनी अपनी पहचान है और इन्हें धारण करने के लिए सभी रुद्राक्षों को शरीर के एक ही अंग में नहीं धारण किया जाता है I कई रुद्राक्ष गले में तो कई भुजाओं में और कई हाथ की कलाइयों में पहना जाता है .. १२ मुखी रुद्राक्ष की पहचान आप नीचे लिखे पॉइंट से जान सकते हो I
- सिर्फ गले में धारण किया जाता है I
- रुद्राक्ष अक्सर काले और भूरे रंग का होता है I
- सरसों के तेल में डालने से यह अपना रंग नहीं छोड़ेगा I
- इसके मुखों की संख्या 12 होती है I
- रुद्राक्ष कठोर होता है I
- नुकीली चीज से या चाकू से कुरेदने पर रेशे निकलते हैं I
- उपरी उभार का आकर समान नहीं होता. हर रुद्राक्ष का उभार अलग अलग होता है I
12 मुखी रुद्राक्ष कौन पहन सकता है ?
यह रुद्राक्ष बिज़नस करने वाले व्यक्ति और राजनीती करने वाले व्यक्तियों के अत्यंत लाभ दायी होता है I सिंह ,मेष और धनु राशी वालों का स्वामी सूर्या होता है तो इसलिए इस राशी के लोगों को भी यह लाभदायी होता है I इसके अलावा जिस पर सूर्या दोष है वह इसे पहन सकता है I मांस मदिरा का सेवन करने वाले लोगों को इस रुद्राक्ष का धारण नहीं करना चाहिए I वरना इसके दुष्परिणाम देखने को मिल सकते हैं I इसे धारण करने से नामी प्रसिद्धि होती है खूब ख्याति मिलती है और यह प्रेरक के रूप में भी काम करता है तो डाक्टर वकीन राजनेताओं बिज़नस मैन लोगो के लिए यह उत्तम है .हरदम उदास और डिप्रेशन में रहने वाले लोगो को भी यह धारण करना चाहिए I
12 मुखी रुद्राक्ष धारण करने का मंत्र
ऐसा नहीं है की रुद्राक्ष हमने लिया और सीधे इसे धारण कर दिया I इसे धारण करने के लिए सबसे पहले हमें ज्योतिष से परामर्श लेना चाहिए I और इस रुद्राक्ष को धारण करने के लिए हमें ॐ सूर्याय नमः और औं क्रों श्रों रों नमः का जप करना चाहिए है I इसे धारण करने के लिए हमें ॐ ह्रीम् घृणिः सूर्यआदित्यः श्रीं का भी 108 बार जप कर सकते हैं I
12 मुखी रुद्राक्ष कब और किस समय धारण करें ?
12 मुखी रुद्राक्ष सूर्य का प्रतीक है तो रविवार का दिन इसे धारण करने के लिए सबसे अच्छा दिन माना गया है I अगर इसे पुष्य नक्षत्र में इसे धारण किया जाए तो इसकी शुभता और ज्यादा बढ़ जाती है। रविवार के दिन यह रुद्राक्ष धारण करना सबसे ज्यादा शुभ होता है I इसे रविवार के दिन ताम्बे के बर्तन में गंगाजल से इसे स्नान करवाकर, साफ़ वस्त्र से पोछना चाहिए I इसके बाद इसमें चन्दन का लेप लगाना चाहिए मन्त्र उच्चारणों का जप करके इसे धारण करना चाहिए I
12 मुखी रुद्राक्ष धारण करने के नियम
१२ मुखी रुद्राक्ष को धारण करने के नियम निम्न प्रकार से हैं I
- इसे पहनने के बाद साफ सफाई का विशेष ध्यान रखा जाना चाहिए I
- रात्रि के समय सोने से पहले इसे निकाल देना चाहिए, इसे पहनकर नहीं सोना चाहिए I
- इसे गले में सिर्फ एक पीस रुद्राक्ष को किसी लाल धागे के अंदर डालकर पहना जाना चाहिए I
- १२ मुखी रुद्राक्षों से भरी माला कभी ना पहने . यह एकल में पहना जाना चाहिए I
- इसकी नित्य पूजा की जानी चाहिए I
- यह किसी को ना दे अगर कोई मांगे तो तब भी ना दे क्यूंकि इसकी पूजा सिर्फ आपके नाम होती है I
- मांस मदिरा का सेवन ना करे इसे पहनने के बाद I
- शवयात्रा में जाने से पहले इसे निकाल दें I
- इसके टूटने के बाद इसे तुरंत जल में बहा दें I
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