रुद्राक्ष की माला हिन्दू धर्म में काफी गहरा महत्तव रखती है और माना जाता है की इसमें आध्यात्मिक शक्ति और उपचार गुण होते है। रुद्राक्ष विभिन्न प्रकार के होते है जिसमे से आज हम आपको 9 mukhi rudraksha के बारें में बतायेंगे। हम आपको बतायेंगे 9 मुखी रुद्राक्ष पहनने के फायदे और उससे जुड़ी हुए सारी जानकारियाँ।
चलिए बिना देर किये हुए बिना शुरू करते है और जानते है 9 mukhi rudraksha benefits in hindi। और उसके बाद हम आपको बतायेंगे इसे धारण करने की विधि और धारण करने के बाद क्या करे या क्या न करे ?
9 मुखी रुद्राक्ष क्या होता है ? (9 Mukhi Rudraksha Kya Hota Hai)
नौ मुखी रुद्राक्ष, एक प्रकार की प्राचीन मान्यताओं और धार्मिक उपयोगों से जुड़ा हुआ एक प्रकार का बीज होता है। नौ मुखी रुद्राक्ष का महत्व हिन्दू धर्म में बहुत उच्च माना जाता है और इसे धार्मिक, आध्यात्मिक और शास्त्रीय प्रयोगों के लिए उपयोग किया जाता है। इसकी मान्यता यह है कि नौ मुखी रुद्राक्ष भगवान शिव का प्रतीक माना जाता है और इसे धारण करने से व्यक्ति को शांति, ध्यान और आध्यात्मिक उन्नति मिलती है।
नौ मुखी रुद्राक्ष के नौ मुख होते है जिसके प्रत्येक मुख अलग-अलग देवी-देवताओं का प्रतिनिधित्व करते है। जैसे कि धरती, आकाश, अग्नि, वायु, जल, नभः, सूर्य, चंद्रमा, और शिव।
9 मुखी रुद्राक्ष का महत्तव
9 मुखी रुद्राक्ष का हिन्दू धरम में आध्यात्मिक और धार्मिक महत्तव होता है। 9 मुखी रुद्राक्ष को भगवन शिव का प्रतिक माना जाता है और कहा जाता है की यह भगवान् शिव के नौ रूपों का प्रतिनिधित्व करता है। इसके धारण से आध्यात्मिक उन्नति, जीवन में शांति और स्थिरता, रोगो का निवारण, धन और समृद्धि, और कस्टो का निवारण होता है। ये सभी मान्यताएँ हैं और आध्यात्मिक विश्व में उनका विशिष्ट महत्व है।
9 मुखी रुद्राक्ष पहनने के फायदे (Benefits of 9 Mukhi Rudraksha)
नौ मुखी रुद्राक्ष को पहनने के कई आध्यात्मिक और शारीरिक फायदे है :
- 9 मुखी रुद्राक्ष में राहु ग्रह की शक्ति होती है जो राहु और केतु के अशुभ प्रभावों को प्रभावी ढंग से समाप्त करती है और आपकी कुंडली में ग्रह की स्थिति में सुधार करती है।
- इसके धारण से इंसान शक्तिशाली और आत्मविश्वासी बनते है। यह हमे सकरात्मकता प्रदान करता है, जो हमारे आत्मविश्वास को बढ़ाता है।
- 9 मुखी रुद्राक्ष हमारी स्वास्थ सम्बन्धित समस्याओ से छुटकारा पाने में मदद करता है। ये मस्तिष्क, यौन अंगो और आँखों से जुड़े समस्याओं को ठीक करने में मदद करता है।
- 9 मुखी रुद्राक्ष पहनने से हमे अपने मस्तिष्क को शक्तिशाली और चालाक बनाने में मदद मिलती है।
- 9 मुखी रुद्राक्ष देवी दुर्गा के आशीर्वाद से ज़ुरा होता है जो हमारे जीवन में सफलता, ख़ुशी और समृद्धि लाता है।
- इस रुद्राक्ष के धारण से आप कई प्रकार के तनावों, चिंताओं और नकारात्मकताओं से दूर रहते है। जिसके कारण आपके जीवन में शांति रहती है और आपका मन शांत रहता है।
- 9 मुखी रुद्राक्ष को धारण कर आप अपने आप को बुरी शक्तियो और प्रेत आत्माओं से खुद को बचा सकते है।
- 9 मुखी रुद्राक्ष को पहनने से चक्कर आना, त्वचा समबन्धी बीमारियों और अनेक तरह के फोबियों से छुटकारा पाने में मदद मिलती है।
- यह जीवन और मृत्यु के भय को दूर करता है और एक स्वतंत्र मानसिकता वाले इंसान बनने में मदद करता है।
- यह आपको आदर सम्मान प्राप्त करने में मदद करता है और लोगो के साथ अच्छे सम्बन्ध बनाने में मदद करता है।
- यह दुर्घटनाओ और बुरी घटनाओ को रोकता है।
9 मुखी रुद्राक्ष कैसे पहचाने ?
9 मुखी रुद्राक्ष को निम्न तरीको से पहचान सकते है :
- नौ मुखी रुद्राक्ष में 9 मुख होते हैं। इसका मतलब है कि आपको बीज के आठ बराबर मुख होने चाहिए।
- मुख की आकार में समरूपता होनी चाहिए, अर्थात्, एक बराबर आकार और दिशा में उनकी आपसी समरूपता होनी चाहिए।
- बीज के आकार और आकृति का सटीक वर्णन पढ़कर आप नौ मुखी रुद्राक्ष की पहचान कर सकते हैं।
- अध्यात्मिक गुरुओं या विशेषज्ञों से सलाह लेना भी उपयोगी हो सकता है क्योंकि वे आपको सटीक जानकारी दे सकते हैं।
9 मुखी रुद्राक्ष कौन पहन सकता है ?
नौ मुखी रुद्राक्ष को प्रायः सभी व्यक्ति पहन सकते हैं। वैसे व्यक्ति जो शारीरिक रूप से कमजोर, एकाग्रता की कमी और अवसाद के भय से डर लगता हो उन्हें यह जरूर पहनना चाहिए। यह रुद्राक्ष महिलाओं के लिए काफी महत्पूर्ण है क्युकी यह उन्हें देवी दुर्गा की रक्षा प्रदान करती है। साथ ही जिन लोगो के कुंडली में केतु ग्रह दोष दे रहा है उन्हें भी इसे धारण करना चाहिए।
9 मुखी रुद्राक्ष धारण करने का मंत्र।
9 मुखी रुद्राक्ष धारण करने का मंत्र ” ऊं ह्रीं हूं नम: ” है।
9 मुखी रुद्राक्ष धारण करने की विधि।
9 मुखी रुद्राक्ष को आपको शनिवार को धारण करना चाहिए, क्युकी राहु का दिन शनिवार है। शनिवार के दिन सुबह उठे और स्नान करने के बाद अपने पूजा स्थल के सामने पूर्व दिशा की ओर मुँह करके बैठ जाएँ। और अब आप अपने मंदिर में ताम्बे के बर्तन में 9 मुखी रुद्राक्ष रखे और उसपर गंगा जल छिरके।
अब 108 बार “ऊं ह्रीं हूं नम:” मंत्र का जाप करे। अब 9 मुखी रुद्राक्ष को लाल या पिले रेशमी धागे में बांध कर अपने गले या हांत में धारण करले।
9 मुखी रुद्राक्ष धारण करने के बाद क्या करे और क्या न करे
- इसे धारण करने के बाद आपको मांसहारी भोजन और शराब के सेवन से दूर रहना होगा।
- इसे पहनने के बाद आप कब्रिस्तान में भी नहीं जा सकते , यदि ऐसा हो तो जाने से पहले इससे खोल दे और फिर आने के बाद स्नान कर फिर से धारण करले।
- रात में सोने से पहले इसे उतर कर रख अगले सुबह स्नान कर वापस पहन ले।
- प्रतिदिन इसकी पूजा करे और इस पर भरोशा रखे।
- किसी को भी यह रुद्राक्ष नहीं दिखाएँ।
- टुटा हुआ रुद्राक्ष कभी नहीं पहने।
- अपनी रुद्राक्ष की माला किसी को भी न दे।
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